आयुर्वेद में कई सारी जड़ी बूटियों का जिक्र किया गया है जो कि कई तरह की बीमारियों को ठीक करने का काम करती हैं और इन्हीं जड़ी बूटियों में से एक जड़ी बूटियों अश्वगंधा है। जो कि काफी रोगों को ठीक करने में सहायक साबित होती है। अश्वगंधा का इस्तेमाल कई तरह की आयुर्वेदिक दवाई को बनाने के लिए किया जाता है और इसका चूर्ण भी बाजार में काफी अधिक बिकता है। अश्वगंधा को खाकर एक साथ कई बीमारियों से राहत पाई जा सकती हैं।
आजकल आंखों की रोशनी कम होने की समस्या खूब लोगों को हो रही है और लोगों के चश्मे के नंबर भी एक साल के अंदर बढ़ने लगे हैं। काफी लोग आंखों की कम रोशनी से परेशान रहते है। हमारे आयुर्वेद के मुताबिक अश्वगंधा आंखों के लिए काफी अच्छा साबित होता है और इसको खाने से आंखो की रोशनी को बढ़ाया जा सकती हैं। इसलिए जिन लोगों को भी चश्मे लगे हुए हैं वो रात को सोने से पहले दूध के साथ एक चम्मच अश्वगंधा का चूर्ण खाएं।
जिन लोगों का इम्युन सिस्ट मजबूत होता है उन लोगों को बीमारी लगने का खतरा काफी कम हो जाती है। अश्वगंधा हमारे शरीर के इम्युन सिस्ट को मजबूत करने का कार्य करता है। आप बस रोज सुबह अश्वगंधा का एक चम्मच चूर्ण खा लें और फिर पानी पी लें।
जिन लोगों के शरीर में भी वाइट ब्लड सेल्स और रेड ब्लड सेल्स की कमी है वो लोग अश्वगंधा का चूर्ण खाना शुरू कर दें । इसके चूर्ण का सेवन करने से ये दोनों प्रकार के सेल्स बढ़ा जाते हैं। आपको जब कोई चोट लगती है तो वो वाइट ब्लड सेल्स की मदद से ही वो ठीक होती है। इसलिए वाइट ब्लड सेल्स की मात्रा अपने शरीर में कम होने ना दें।
आजकल लोगों को मानसिक तनाव खूब हो रहा है और तनाव के कारण ब्लड प्रेशर और शुगर जैसी कई सारी बीमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है। हालांकि अश्वगंधा खाने से मानसिक तनाव को खत्म किया जा सकता है। अश्वगंधा खाने से दिमाग को शांति मिलती है और नींद भी अच्छे से आती है और ऐसा होने से तनाव धीर धीरे खत्म होने लगता है।
जिन बच्चों की हाइट नहीं बढ़ रही है उनके माता पिता अपने बच्चों को रोज दो महीने तक अश्वगंधा का चूर्ण खिलाएं। इसके चूर्ण को आप अपने बच्चों को दूध के साथ रोज पीने को दें। आप चाहें तो दूध में चीनी भी मिल सकते हैं। अश्वगंधा के चूर्ण को लगातर दो महीने खाने से बच्चों का कद बढ़ने लग जाएगा।
कितना करें सेवन
अश्वगंधा का चूर्ण काफी फायदेमंद साबित होता है। हालांकि इसका सेवन अधिक मात्रा में नहीं करना चाहिए। आप 2 से लेकर 5 ग्राम की मात्रा में ही इसका सेवन रोज करें और इससे अधिक मात्रा में इसे ना खाएं। अश्वगंधा थोड़ा से कड़वा होता है इसलिए आप चाहें तो इसको चीनी के पाउडर या मिश्री में भी मिलाकर खा सकते हैं।