30 Sep
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नित्य पूजा विधिहिंदू धर्म में सभी दुखों के निवारण ने लिए नित्य पूजा को सबसे उत्तम माना गया है. घर में रोज़ानानित्य पूजा विधि अपनाने से हर तरह के कष्ट मिट जाते हैं. ऐसा माना जाता है कि नित्य पूजा करने से ना केवल श्रद्धा बल्कि विश्वास का जन्म होता है. इससे हमारी इच्छा शक्ति में बढ़ोतरी होती है और हम किसी भी कार्य को करने में सक्षम हो पाते हैं. आज के इस लेख में हम आपको नित्य पूजा विधि और नित्य पूजा मन्त्रों के बारे में बताने जा रहे हैं. लेकिन उससे पहले हम आपको बता दें कि घर में सच्चे मन से रोज़ाना की जाने वाली पूजा एवं अर्चना को नित्य पूजा कहा जाता है.

नित्य पूजा विधि

नित्य कर्म पूजा विधि के लिए आपको निम्नलिखित सामग्री की आवश्यकता पड़ेगी-

1. आह्वान के लिए अक्षत

2. स्नान के लिए शुद्ध जल

3. चंदन और रोली

4. धुप एवं अगरबत्ती

5. पुष्प

6. मिठाई एवं फल

7. आरती के लिए दीपक और कपूर

नित्य पूजा के लिए ऊपर दी गयी सामग्री इक्कठी करें. हालाँकि पुष्प कईं जगहों पर आसानी से नहीं मिलते ऐसे में उनके आभाव में केसर मिश्रित चंदन से रंगे हुए चावलों का उपयोग किया जा सकता है. भगवान के मंदिर में आह्वान आमंत्रित करने के लिए हाथ जोड़ कर अभिवंदन करें और उपस्तिथि का हर्ष व्यक्त करने के लिए मांगलिक अक्षतों की वर्षा करें. अब आप जल, चंदन, अगरबत्ती, पुष्प, आदि भगवान को अर्पित करें. इन सब को अर्पित करने के अलग अलग मंत्र हैं. यदि आपको सभी मंत्र याद नहीं रहते तो आप केवल गायत्री मंत्र के जाप से पूजा पूर्ण कर सकते हैं.

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